बोर का परमाणु मॉडल क्या है ? बोर परमाणु मॉडल के दोष

बोर का परमाणु मॉडल क्या है बोर परमाणु मॉडल के दोष हाइड्रोजन परमाणु के लिए बोर का परमाणु मॉडल क्या है Bohr’s Atomic Model in Hindi से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारी दी गई है। 

इस आर्टिकल में बोर का परमाणु मॉडल ( Bohr’s Atomic Model ) बोर परमाणु मॉडल के दोष ( Drawbacks of Bohr’s Atomic Model ) n वें  कक्षक की त्रिज्या ,n वें  कक्षक में इलेक्ट्रॉन की कक्षीय चाल जैसे महत्वपूर्ण सूत्र को समावेश किया है

बोर का परमाणु मॉडल क्या है ?

बोर का परमाणु मॉडल क्या है ?

बोर का परमाणु मॉडल : नील बोहर (Niel Bohr) ने एक परमाणु मॉडल प्रस्तुत किया जो प्लांक तथा आइन्सटीन द्वारा प्रतिपादित विकिरण के क्वाण्टम सिद्धान्त ( quantum theory ) पर आधारित था । उन्होंने रदरफोर्ड के परमाणु मॉडल में मैक्स प्लांक के सिद्धान्त की अवधारणा का प्रयोग कर रदरफोर्ड मॉडल की कमियों को दूर किया था ।

इसके लिए उन्होंने निम्नलिखित परिकल्पनाएँ प्रस्तुत की :-

  • इलेक्ट्रॉन केवल उन्हीं कक्षाओं में घूम सकते हैं जिनमें उनका कोणीय संवेग h/2π का पूर्ण गुणज हो , जहाँ h प्लांक का सार्वत्रिक नियतांक है । 
 mvr=\frac{nh}{2\pi}

जहाँ n एक पूर्णांक है ( n = 1 , 2 , 3 , ….. ) जिसे कक्षा की ‘ क्रम संख्या ‘ अथवा ‘ मुख्य क्वाण्टम संख्या ‘ कहते हैं । इस समीकरण को बोहर का क्वाण्टीकरण प्रतिबन्ध कहते हैं । 

  • स्थायी कक्षाओं में घूमते समय इलेक्ट्रॉन ऊर्जा का उत्सर्जन नहीं करते , यद्यपि उनमें अभिकेन्द्र त्वरण होता है । अतः परमाणु का स्थायित्व बना रहता है।
बोर का परमाणु मॉडल
  • जब परमाणु को किसी कारण वश बाहर से ऊर्जा मिलती है तो उसका कोई इलेक्ट्रॉन अपनी निश्चित कक्षा को छोड़कर किसी ऊँची कक्षा में चला जाता है । परमाणु की यह अवस्था ‘ उत्तेजित अवस्था ‘ कहलाती है
    यदि ऊँची कक्षा में इलेक्ट्रॉन की ऊर्जा E1 , हो तथा नीची कक्षा E2 हो , तो उत्सर्जित तरंगों की आवृत्ति निम्न समीकरण के अनुसार होती है :
h\upsilon=E_2-E_1

👉 बोहर के मॉडल के अनुसार , परमाणु में इलेक्ट्रॉन धन आवेशित नाभिक के चारों ओर स्थायी कक्षाओं में चक्कर लगाते हैं । विभिन्न कक्षाओं में इलेक्ट्रॉन की ऊर्जा भिन्न – भिन्न होती है । इन कक्षाओं को ही ऊर्जा स्तर कहा जाता है ।

Read more : कक्षा 11 भौतिक विज्ञान नोट्स
Read more : कक्षा 12 भौतिक विज्ञान नोट्स
Read more : कक्षा 12 रसायन विज्ञान नोट्स
Read more : कक्षा 11 रसायन विज्ञान नोट्स

Q. बोर के परमाणु मॉडल की सीमाएं लिखिए।

बोर परमाणु मॉडल के दोष :

  1. यह केवल एकल – इलेक्ट्रॉन परमाणु के लिए सत्य है  H , He+ , Li+2 , Na+1 इत्यादि । 
  2. बोहर के अनुसार कक्षायें वृत्तीय होती हैं जबकि बाद में समरफील्ड ने बताया कि ये दीर्घवृत्तीय हैं । 
  3. स्पेक्ट्रमी रेखाओं की तीव्रता की व्याख्या नहीं की जा सकी । 
  4. नाभिक को स्थिर माना गया है जबकि यह अपने अक्ष के परितः घूर्णन करता है । 
  5. स्पेक्ट्रम में प्राप्त सूक्ष्म संरचनाओं की व्याख्या नहीं की जा सकी । 
  6. यह जीमेन प्रभाव ( चुम्बकीय क्षेत्र में स्पेक्ट्रमी रेखाओं का अलग – अलग होना ) एवं स्टार्क प्रभाव ( विद्युत क्षेत्र में स्पेक्ट्रमी रेखाओं का अलग – अलग होना ) की व्याख्या नहीं कर सका ।

हाइड्रोजन एवं हाइड्रोजन तुल्य परमाणुओं के लिए बोर कक्षाएं से संबंधित सूत्र :

👉n वें कक्षक की त्रिज्या :

r=\frac{n^2h^2\epsilon_0}{\pi mZe^2}= 0.53\frac{n^2}{Z}  A^\circ

👉n वें कक्षक में इलेक्ट्रॉन की कक्षीय चाल :

v=\frac{e^2}{2\epsilon_0h}=2.2\times10^6\frac{Z}{n}

👉इलेक्ट्रॉन की कक्षीय आवृत्ति :

f=\frac{v}{2\pi r}=\frac{m Z^{2} e^{4}}{4 \varepsilon_{0}^{2} n^{3} h^{3}}

👉इलेक्ट्रॉन का आवर्तकाल (T) :

\quad T=\frac{h^{3}\left(4 \pi \varepsilon_{0}\right)^{2}}{4 \pi^{2} m Z^{2} e^{4}} \times n^{3}

या

T=\left(1.52 \times 10^{-16}\right) \times \frac{n^{3}}{Z^{2}}

👉 इलेक्ट्रॉन की गतिज ऊर्जा :

K=\frac{1}{2} m v^{2}=\frac{m Z^{2} e^{4}}{8 \varepsilon_{0}^{2} n^{2} h^{2}}

👉 इलेक्ट्रॉन की स्थितिज ऊर्जा :

U=-\frac{m Z^{2} e^{4}}{4 \varepsilon_{0}^{2} n^{2} h^{2}}

👉कुल ऊर्जा :

(a) E=K+U=-\frac{m Z^{2} e^{4}}{8 \varepsilon_{0}^{2} n^{2} h^{2}}
(b) E_{n}=-\frac{Z^{2} R h c}{n^{2}}=-13.6\left(\frac{Z}{n}\right)^{2}

यहाँ रिडबर्ग नियतांक :

R=\frac{m e^{4}}{8 \varepsilon_{0}^{2} c h^{3}}

1 thought on “बोर का परमाणु मॉडल क्या है ? बोर परमाणु मॉडल के दोष”

Leave a comment

error: Content is protected !!