विलयन, विलेय ,विलायक किसे कहते हैं ? विलयन के प्रकार

विलयन (Solution) : दो या दो अधिक पदार्थों के समांगी मिश्रण को विलयन कहते हैं। दो पदार्थों से मिलकर बने विलयन को द्विअंगी विलयन, तीन पदार्थों से मिलकर बने विलयन को त्रिअंगी विलयन कहते हैं।

विलयन = विलेय + विलायक

समांगी मिश्रण (विलयन) के प्रत्येक भाग का संघटन समान होता है।

विलायक (Solvent) : समांगी मिश्रण में जो अवयव अधिक मात्रा में होता है, उसे विलायक (Solvent) कहते हैं

विलेय (Solute) : समांगी मिश्रण में जो अवयव कम मात्रा में होता है, उसे विलेय (Solute) कहते हैं।

विलयनों के प्रकार [TYPES OF SOLUTION]

1.विलायक की अवस्थाओं के आधार पर :

पदार्थ की तीनों अवस्थाऐं (गैस, द्रव या ठोस) विलेय या विलायक के समान व्यवहार करती हैं। विलेय या विलायक की अवस्थाओं के आधार पर द्विअंगी या द्विसमांगी विलयनों को निम्न नौ प्रकारों में बाँटा गया है

विलेयविलायकउदाहरण
गैसगैसगैसों के मिश्रण,वायु
द्रवगैसवायु में जलवाष्‍प
ठोसगैसकपूर या नैफ्थेलीन जैसे पदार्थ के वाष्पन से ठोस का गैस में विलयन प्राप्त होता है
गैसद्रववायु का जल में विलयन, CO2 का जलीय विलयन (सोडा वाटर)
द्रवद्रवएल्कोहल का जल में विलयन
ठोसद्रवशक्कर का जल में विलयन
गैसठोसधातुओं का गैसों पर अधिशोषण (जैसे H2 का Pd पर अधिशोषण)
द्रवठोसहाइड्रेटेड लवणों में उपस्थित क्रिस्टलन जल जैसे CuSO4.5H2O, Na2SO4.10H2O
ठोसठोसदो या दो से अधिक धातुओं के समांगी मिश्रण (मिश्र धातुएँ) जैसे Cu+Au, Zn+Cu
विलायक की अवस्थाओं के आधार पर विलयन

2.विलेय की मात्रा के आधार पर :

विलेय की मात्रा के आधार पर विलयन पाँच प्रकार के होते हैं:-

तनु विलयन (Dilute Solution) : वह विलयन जिसमें विलेय पदार्थ की मात्रा, विलायक की तुलना में बहुत कम घुली हो, तनु विलयन कहलाता है।

सान्द्र विलयन (Concentrated Soution) : वह विलयन जिसमें विलेय की अधिक मात्रा, विलायक में घुली हो, सान्द्र विलयन कहलाता है।

संतृप्त विलयन (Saturated solution) : किसी विलेय पदार्थ की वह अधिकतम मात्रा, जो कि एक निश्चित ताप पर 100 ग्राम विलायक में घुल सके, विलेय पदार्थ की विलेयता कहलाती है। इस प्रकार बने विलयन को संतृप्त विलयन (Saturated solution) कहते हैं।
Ksp = [A+] [B]
जब पदार्थ के आयनी सान्द्रता का गुणनफल विलेयता गुणनफल के बराबर हो।

असंतृप्त विलयन : ऐसा विलयन जिसमें उसी ताप पर विलेय पदार्थ को ओर अधिक मात्रा में घोला जा सके असंतृप्त विलयन कहलाता है।
Ksp > [A+][B]

अतिसंतृप्त विलयन (Supersaturated Solution) : विलयन जिसमें एक निश्चित ताप पर, उस विलयन की संतृप्त अवस्था के लिए आवश्यक मात्रा से अधिक मात्रा में विलेय पदार्थ उपस्थित हो, अतिसंतृप्त विलयन कहलाता है। अतिसंतृप्तता की स्थिति में विलेय का आयनिक गुणनफल उसके विलेयता गुणनफल से अधिक होता है।
Ksp < [A+][B]

विलयन के गुण

  • विलयन के घटकों [विलेय व विलायक] को भौतिक विधियों द्वारा आसानी से पृथक नहीं किया जा सकता।
  • विलयन में विलेय के कणों का आकार 10-7 से 10-8 cm होता है।
  • विलयन के कुछ गुण धर्म जैसे घनत्व (density), श्यानता(Viscosity), पृष्ठ तनाव(surface tension), क्वथनांक, हिमांक आदि विलयन के संघटन के साथ-साथ परिवर्तित होते हैं।

Leave a comment

error: Content is protected !!