परमाणु संख्या (Atomic Number) और द्रव्यमान संख्या(Mass number) क्या है ?

परमाणु संख्या और द्रव्यमान संख्या क्या है? परमाणु क्रमांक, परमाणु द्रव्यमान संख्या क्या है? इससे संबंधित सभी उदाहरण एवं परिभाषा, परमाणु संख्या और द्रव्यमान संख्या के महत्वपूर्ण बिंदु को यहां अच्छे से समझाया गया है

परमाणु संख्या तथा द्रव्यमान संख्या Atomic Number and Mass Number

मोजले ने, धातु पर तेज गति से इलेक्ट्रॉनों की बौछार की तथा प्राप्त X-किरणों की आवृत्ति का अध्ययन किया और यह सिद्ध किया कि X-किरणों की आवृत्ति का वर्गमूल, धातु परमाणु के नाभिकीय आवेश के समानुपाती होता है।

√v = a (z – b)

यहाँ V = X किरणों की आवृत्ति,
z = परमाणु क्रमांक या परमाणु का नाभिकीय आवेश,
a तथा b = स्थिरांक ।

परमाणु के नाभिक का धनावेश, उसमें उपस्थित प्रोटॉनों के कारण होता है। अतः किसी परमाणु के नाभिक में उपस्थित प्रोटॉनों की संख्या को परमाणु संख्या या परमाणु क्रमांक कहते हैं तथा इसे Z से दर्शाया जाता है।

परमाणु विद्युत उदासीन होता है अतः इसमें इलेक्ट्रॉनों की संख्या भी प्रोटॉनों की संख्या के बराबर होती है।

परमाणु संख्या (Z) = परमाणु के नाभिक में उपस्थित प्रोटॉनों की संख्या = परमाणु में इलेक्ट्रॉनों की संख्या ।

परमाणु संख्या या परमाणु क्रमांक किसे कहते हैं?

परमाणु क्रमांक: किसी परमाणु के नाभिक में उपस्थित प्रोटॉनों की संख्या को परमाणु संख्या या परमाणु क्रमांक कहते हैं तथा इसे Z से दर्शाया जाता है।

परमाणु क्रमांक उदाहरण क्या है?

सोडियम तथा मैग्नीशियम का परमाणु क्रमांक क्रमशः 11 व 12 है अतः इनमें उपस्थित प्रोटॉनों की संख्या भी 11 व 12 है।

परमाणु क्रमांक प्रत्येक तत्त्व का एक विशिष्ट गुण होता है। परमाणु के नाभिक में प्रोटॉनों के साथ न्यूट्रॉन (n) भी उपस्थित होते हैं।

परमाणु द्रव्यमान संख्या क्या है ?

परमाणु द्रव्यमान संख्या: किसी परमाणु के नाभिक में उपस्थित प्रोटॉनों तथा न्यूट्रॉनों को संयुक्त रूप से न्यूक्लिऑन कहते हैं तथा न्यूक्लिआनों की कुल संख्या को द्रव्यमान संख्या (A) कहते हैं अतः

द्रव्यमान संख्या (A) = प्रोटॉनों की संख्या(Z) + न्यूट्रॉनों की संख्या (n)

इसलिए n = A – Z

अतः यदि किसी तत्त्व का संकेत X है तो उसे निम्न प्रकार दर्शाया जाता है: zXA
उदाहरण : 13AI27 यह दर्शाता है कि ऐलुमिनियम का परमाणु क्रमांक 13 है तथा द्रव्यमान संख्या 27 है।
अन्य उदाहरण :

तत्वपरमाणु संख्या(Z) द्रव्यमान संख्या(A)प्रोटॉनन्यूट्रॉनइलेक्ट्रॉन
1H111101
8O16816888
6C12612666

नोट-: – किसी तत्त्व का परमाणु भार उसकी द्रव्यमान संख्या के बराबर होता है लेकिन दोनों में मुख्य अन्तर यह है कि द्रव्यमान संख्या हमेशा पूर्णांक होती है जबकि परमाणु भार, भिन्नों में भी हो सकता है।

परमाणु संख्या और द्रव्यमान संख्या के महत्वपूर्ण बिंदु :

  • किसी धनायन पर उपस्थित आवेश यह दर्शाता है कि इसमें उपस्थित इलेक्ट्रॉनों की संख्या प्रोटॉनों की संख्या की तुलना में धनायन पर आवेश के बराबर, कम है।
  • किसी ऋणायन पर उपस्थित आवेश यह दर्शाता है कि इसमें उपस्थित इलेक्ट्रॉनों की संख्या, प्रोटॉनों की संख्या की तुलना पर आवेश के बराबर, अधिक है। में ऋणायन

उदाहरण :

  • Fe2+ परमाणु संख्या = प्रोटॉनों की संख्या = 26
    इलेक्ट्रॉनों की संख्या = प्रोटॉनों की संख्या – धनायन पर आवेश = 26 – 2 = 24
  • S2- प्रोटॉनों की संख्या = 16
    इलेक्ट्रॉनों की संख्या = प्रोटॉनों की संख्या + ऋणायन पर आवेश =16+2=18

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