Atomic structure notes in Hindi for IIT/NEET परमाणु संरचना नोट्स – IIT/NEET किसी भी प्रतियोगी परीक्षा के लिए की तैयारी के लिए शार्ट नोट्स दिए गए हैं जिनमें सभी महत्वपूर्ण सूत्रों एवं मुख्य बिंदुओं को शामिल किया गया है जो आप की तैयारी के लिए उपयोगी हो सकते हैं -atomic structure revision in Hindi परमाणु संरचना रिवीजन
परमाणु के मूल कण
- इलेक्ट्रॉन
- प्रोटॉन
- न्यूट्रॉन
समस्थानिक – जिनके द्रव्यमान संख्या भिन्न-भिन्न होती है
समभारिक – द्रव्यमान संख्या समान होती है
विद्युत चुम्बकीय विकिरण Electromagnetic Radiations
विभिन्न विद्युत चुम्बकीय विकिरणों के तरंगदैयों का बढ़ता ( अथवा आवृत्तियों का घटता )
क्रम :-
कॉस्मिक किरणें < γ किरणें < X- किरणें < पराबैंगनी ( UV ) किरणें < दृश्य किरणें < अवरक्त किरणें < रेडियो तरंगें
हाइड्रोजन स्पेक्ट्रम Hydrogen Spectrum
हाइड्रोजन के स्पेक्ट्रम में रेखाओं की छः श्रेणियाँ प्राप्त होती हैं ।
क्रमशः
- लाइमन ( पराबैंगनी क्षेत्र में )
- बॉमर ( दृश्य क्षेत्र में )
- पाश्चन ( अवरक्त क्षेत्र में )
- ब्रेकेट ( अवर क्षेत्र मे )
- फुन्ड ( अवरक्त क्षेत्र में )
- हम्फरी ( अवरक्त क्षेत्र में )
इन श्रेणियों के लिए आवृत्ति (ν {nu} ) अथवा तरंगदैर्ध्य ( λ ) अथवा तरंग संख्या (\overline{\nu} ) की गणना करने का सूत्र –
\overline{\nu} = \frac{1}{\lambda}=R_HZ^2\left(\frac{1}{n_1^2}-\frac{1}{n_2^2}\right)
जहाँ :-
Z = परमाणु क्रमांक
RH = 109678.7 सेमी-1
Ex. लाइमन श्रेणी के लिए , n1 = 1 तथा n2 > n1 ( अर्थात् 2 , 3 , 4 )
प्लांक समीकरण Planck’s Equation
प्लांक ने ऊर्जा ( E ) तथा आवृत्ति ( ν ) में सम्बन्ध दर्शाने के लिए निम्न समीकरण दिया
ऊर्जा (E) = h\nu = \frac{hc}{\lambda}
जहाँ , h = 6.626 x 10-34 जूल – से ,
λ = तंरगदैर्ध्य
c = प्रकाश का वेग = 3 x 108 m/sec
प्रकाश विद्युत प्रभाव Photoelectric Effect
किसी धातु की सतह पर उपयुक्त आवृत्ति का प्रकाश डालने पर इलेक्ट्रॉनों के उत्सर्जित होने की घटना को प्रकाश विद्युत प्रभाव कहते हैं ।
इलेक्ट्रॉन की गतिज ऊर्जा
\frac{1}{2}mv^2=h\nu-h\nu_0
hν0= कार्य फलन अथवा देहली ऊर्जा
बोर मॉडल Bohr Model
इलेक्ट्रॉन नाभिक के चारों और वृत्तीय कक्षाओं में गति करते हैं ।
n कक्षा में इलेक्ट्रॉन द्वारा लगाए गए चक्करों की संख्या = Vn/2πr चक्कर / से
इलेक्ट्रॉन का कोणीय संवेग , mvr = nh/2π n=1,2,3,…
घूमते हुए इलेक्ट्रॉन का अभिकेन्द्रीय बल = नाभिक द्वारा लगाया गया कूलाम्बिक आकर्षण बल
\frac{mv^2}{r}=\frac{Ze^2}{4\pi\epsilon_0r^2}
बोर त्रिज्या
r_n=\frac{0.529n^2}{Z}
बोर ऊर्जा
E_n=\frac{-13.6\times Z^2}{n^2}eV/परमाणु
बोर कक्षा में इलेक्ट्रॉन का वेग
v_n=\frac{2.18\times 10^8 \times Z}{n} m/sec
जहाँ , Z = परमाणु क्रमांक
n = कक्षा की संख्या
इलेक्ट्रॉन की गतिज ऊर्जा = 1/2 इलेक्ट्रॉन की स्थितिज ऊर्जा
दे ब्रोग्ली समीकरण
\lambda=\frac{h}{p}=\frac{h}{mv}=\frac{h}{\sqrt{2mE}}
λ = तरंगदैर्ध्य
E = गतिज ऊर्जा
p = संवेग
m =इलेक्ट्रॉन का द्रव्यमान
क्वाण्टम संख्याएँ Quantum Numbers
क्वाण्टम संख्या चार होती हैं जिनके नाम क्रमश : मुख्य , द्विगंशी , चक्रण क्वाण्टम संख्या है । इन्हें क्रमश :n,l,m तथा s से प्रदर्शित किया जाता है ।
▶ मुख्य , द्विगंशी , चुम्बकीय तथा चक्रण क्वाण्टम संख्याएँ क्रमशः इलेक्ट्रॉन की ऊर्जा ( तथा स्थिति ) , कक्षकों के आकार , उनके अभिविन्यास तथा इलेक्ट्रॉनों के चक्रण को प्रदर्शित करती हैं ।
द्विगंशी क्वाण्टम संख्या l के मान = 0 से n – 1 तक
अतः l के कुल मान = n – 1
कक्षक कोणीय संवेग , μ = √l( l + 1 ) h/2π
चुम्बकीय क्वाण्टम संख्या m के मान = –l से +l
अत : m के कुल मान = ( 2l+1 )
▶चक्रण क्वाण्टम संख्या , s के मान = ±1/2
▶n कक्षा में कक्षकों की कुल संख्या = 2
▶पाउली का अपवर्जन नियम किसी एक ही परमाणु के दो इलेक्ट्रॉनों की चारों क्वाण्टम संख्याएँ समान नहीं होती हैं ।
- किसी कोश मे इलेक्ट्रॉनों की अधिकतम संख्या = 2n2
- किसी कक्षक में विपरीत स्पिन के इलेक्ट्रॉनों की अधिकतम संख्या = 2
▶ऑफबाऊ नियम परमाणुओं के उपकोशों में इलेक्ट्रॉन ऊर्जा के बढ़ते हुए क्रम में भरे जाते हैं ।