गाउस का नियम क्या है ? (Gauss’s Law in Hindi) गाउस का नियम की परिभाषा , सूत्र ,अनुप्रयोग

इस में, हमने गाउस का नियम ( Gauss’s Law in Hindi ) से संबंधित सभी महत्वपूर्ण बातों को शामिल किया है। 

जैसे- गाउस का नियम क्या है ? Gauss Law Formula in Hindi गाउस के नियम से सम्बंधित महत्वपूर्ण बिंदु गॉस के नियम के अनुप्रयोग ( Applications of Gauss’s law )  इन टॉपिक की सभी महत्वपूर्ण जानकारी दी गयी है।

गाउस का नियम क्या है ?

गॉस का नियम ( Gauss’s Law ): इस नियम के अनुसार किसी बन्द पृष्ठ से गुजरने वाला कुल विद्युत फ्लक्स उसके अन्दर उपस्थित कुल आवेश 1/ε0का गुना होता है ।

Gauss Law Formula in Hindi

 

गॉस का नियम ( Gauss's Law in Hindi )
ϕ = \frac{Q}{ϵ_0}
\phi = ∮ E.dS =\frac{Q}{ϵ_0K}

ϵ0 = निर्वात (वायु) की विद्युत शीलता

Q = पृष्ठ द्वारा परिबद्ध कुल आवेश

k = माध्यम का परावैद्युतांक

Φ = कुल फ्लक्स

गाउस के नियम से सम्बंधित महत्वपूर्ण बिंदु

  • गाऊसी सतह से गुजरने वाला फ्लक्स उसके आकार पर निर्भर नहीं करता है।
  • गाऊसी सतह से गुजरने वाला फ्लक्स गाउसीय  सतह के अन्दर आवेश की स्थिति पर निर्भर नहीं करता है।
  • गाऊसी सतह से गुजरने वाला फ्लक्स केवल सतह के अन्दर कुल आवेश पर निर्भर करता है।
  • किसी बंद सतह में आने वाले फ्लक्स को ऋणात्मक और बाहर जाने वाले फ्लक्स को धनात्मक माना जाता है 
  • किसी गाउसीय सतह में Φ = 0 का अर्थ यह नहीं है कि प्रत्येक बिंदु पर E = 0 है लेकिन प्रत्येक बिंदु पर E = 0 का अर्थ Φ = 0 होता है।
  • गाउसीय  सतह पर विद्युत क्षेत्र की तीव्रता गाउसीय पृष्ठ के अन्दर और बाहर उपस्थित सभी आवेशो के कारण होती है।
  • गाउस का नियम केवल उन्हीं क्षेत्रों के लिए लागू होता है जो कूलाम के व्युत्क्रम वर्ग के नियम का पालन करते हैं।
  • गाउस का नियम निर्वात एवं माध्यम दोनों के लिए लागू किया जा सकता है।
  • यदि गौसियन पृष्ठ ( gaussian surface ) के अंदर अलग-अलग आवेश रखे जाते हैं तो कुल आवेश अलग-अलग आवेशों के बीजीय योग के बराबर होते हैं।
  •  Total charge ∑q = q + 2q + 3q – 4q + 9q = 11q
  • बंद पृष्ठ से निर्गत विद्युत फ्लक्स का मान बंद पृष्ठ के अंदर आवेशों के वितरण पर भी निर्भर नहीं करता है।

गॉस के नियम के अनुप्रयोग
(Applications of Gauss’s law) 

  1. किसी पृष्ठ से गुजरने वाला विद्युत फ्लक्स ज्ञात करते समय विद्युत क्षेत्र सभी आवेशों के कारण होता है , चाहे वह गॉसीय पृष्ठ के अन्दर या बाहर हो। 
  2. किसी गॉसीय सतह के बाहर स्थित आवेश के विद्युत क्षेत्र के कारण , सतह गुजरने वाला कुल फ्लक्स शून्य होगा क्योंकि इस आवेश के कारण बल रेखाएँ सतह के अन्दर जाती हैं ; उतनी ही बाहर आती हैं ।
  3. यदि कोई विद्युत द्विध्रुव किसी बन्द पृष्ठ में स्थित हो तब पृष्ठ से गुजरने वाला कुल विद्युत फ्लक्स शून्य होता है ।

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