बल आघूर्ण ( Torque in Hindi ) बल आघूर्ण किसे कहते हैं

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बल आघूर्ण ( Torque in Hindi  ) बल आघूर्ण किसे कहते हैं

बल आघूर्ण का SI मात्रक क्या है ?  बल आघूर्ण कैसी राशि है ?बल आघूर्ण के उदाहरण बल आघूर्ण के से संबंधित महत्वपूर्ण बिंदु ​को समावेश किया है, साथ में सभी महत्वपूर्ण सूत्र को अच्छे से लिखा गया है। फिर भी यदि कोई गलती है तो नीचे कमेंट करके   जरूर बताये ।

बल आघूर्ण ( Torque ) 

किसी बाह्य बल द्वारा किसी वस्तु को किसी अक्ष के चारों ओर घुमाने के प्रभाव को उस अक्ष के परित : बल – आघूर्ण ( Torque ) कहते हैं । 

इसका परिमाण बल के परिमाण तथा घूर्णन अक्ष से बल की क्रिया – रेखा की लम्बवत् दूरी के गुणनफल के बराबर होता है । इसे τ (tau)  से प्रदर्शित करते हैं । 

बल आघूर्ण 

 \overrightarrow{\tau} = \overrightarrow{r}\times\overrightarrow{F}
 \overrightarrow{\tau} = Fr\sin\theta

बल आघूर्ण का मात्रक

👉बल आघूर्ण मात्रक न्यूटन – मी है । 

बल आघूर्ण कौन सी राशि है?

👉बल आघूर्ण एक अक्षीय सदिश है , जिसकी दिशा सदैव r तथा F के लम्बवत् होती है तथा इसे दायें हाथ के पेंच के नियम से ज्ञात किया जा सकता है ।

दिये गये बल तथा कोण के लिए , बल आघूर्ण का परिमाण r पर निर्भर करता है । यदि r का मान अधिक हो , तो बल आघूर्ण अधिक होगा व पिण्ड को घुमाना आसान होगा । 

बल आघूर्ण के उदाहरण

( i ) दरवाजा खोलने के लिए हत्था , कब्जे ( hinge ) से अधिकतम दूरी पर लगाया जाता है । 

( ii ) पेंचकस का हत्था मोटा बनाया जाता है जिससे लगाये गये बल की घूर्णन अक्ष से दूरी बढ़ जाती है तथा अधिक बल आघूर्ण प्राप्त होता  है । 

( iii ) अनाज पीसने की हस्तचलित चक्की में हत्था उसकी परिधि के नजदीक लगाया जाता है । 

( iv ) हैण्ड पम्प का हत्था लम्बा रखा जाता है जिससे उसे कम बल लगाकर सरलता से घूर्णन अक्ष के परित : घुमा सकते हैं । 

( v ) नल अथवा पाइप की चूड़ियाँ खोलने के लिए प्रयुक्त रेंच ( wrench ) का हत्था लम्बा बनाया जाता है ।

बल आघूर्ण के से संबंधित महत्वपूर्ण बिंदु

 👉 यदि किसी पिण्ड पर एक से अधिक बल कार्यरत् हों तो कुल बल आघूर्ण , प्रत्येक बल के आघूर्णों का सदिश योग होता है , अर्थात् 

\overline{\tau}=\overline{\tau_1}+\overline{\tau_2}+\overline{\tau_3}+....

👉यदि किसी पिण्ड पर कार्यरत् बल आघूर्ण शून्य हो , तो ( अर्थात् ∑τ = 0) तो पिण्ड घूर्णी साम्यावस्था में कहलाता है । 

👉 यदि किसी पिण्ड का जड़त्व आघूर्ण I है तथा उस पर tau बल आघूर्ण लगाने पर उसका कोणीय त्वरण alpha हो , तब 

\tau=I\alpha

Question . एक पिण्ड का जड़त्व आघूर्ण 2.5 किग्रा – मी2 है । इसमें 18 रेडियन / से2 का कोणीय त्वरण उत्पन्न करने के लिये आवश्यक बल आघूर्ण की गणना कीजिए । 

हल . बल आघूर्ण ( tau ) = जड़त्व आघूर्ण ( I ) x कोणीय त्वरण ( alpha )

 τ = 2.5 × 18 

= 45 न्यूटन – मी 

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